Rahat Indori Latest Shayari In Hindi
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में Rahat Indori Latest Shayari In Hindi मैं आपको उपलब्ध कराने जा रहा हूं एक बहुत ही महान कवि डॉ राहत इंदौरी साहब की कुछ शायरियां जिन्हें आप लोग देखना पसंद करते हैं और जिन्हें आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों में सेंड भी कर सकते हैं राहत इंदौरी साहब की शायरियां आप सभी को बहुत ही ज्यादा पसंद है इसलिए मैंने इस बात को ध्यान में रखते हुए इन कुछ शायरियो को पेश किया है अब चलते हैं चलो शायरियों की तरफ
किसने दस्तक दी ये दिल,
पर कौन है ,
आप तो अंदर है ,
यह बहार कौन है /
साहब जवान आँखों के जुगनू चमक रहे होंगे ,
अब अपने गांव में अमरुद पक रहे होंगे,
भुला दे मुझको मगर मेरी उँगलियों के निसान ,
तेरे बदन पर अभी तक चमक रहे होंगे /
आग के पास कभी मोम को लाकर देखूं ,
हो इजाजत तो तुझे हाथ लगाकर देखूं,
मन का मंदिर बड़ा बीरान नज़र आता है,
सोचता हूँ तेरी तश्वीर लगा कर देखूं /
मेरी सांसों में समाया भी बहुत लगता है,
और बही शख्स पराया भी बहुत लगता है ,
उससे मिलने की तमन्ना भी बहुत है ,
लेकिन आने जाने में किराया भी बहुत लगता है/
साहब फैसला जो कुछ भी हो मंजूर होना चाहिए,
जंग हो या इश्क़ हो भरपूर होना चाहिए ,
कट चुकी है उम्र सारी जिनकी पत्थर तोड़ते ,
अब तो इन हाथों में कोहिनूर होना चाहिए /
हम अपनी जान के दुश्मन को अपनी जान कहते है ,
मोह्हबत की इसी मिटटी को हिंदुस्तान कहते है/
जो यह दिवार का सुराख़ है साजिस का हिस्सा है ,
मगर हम इसको अपने घर का रोशनदान कहते है /
जो दुनिया को सुनाई दे उसे कहते है ख़ामोशी ,
जो आँखों में दिखाई दे उसे तूफान कहते है /
सिर्फ खंजर ही नहीं आखों में पानी चाहिए,
ये खुदा दुश्मन भी मुझे खानदानी चाहिए ,
मैंने अपनी खुश्क आँखों से लहू झलका दिया ,
एक समुन्दर कह रहा था मुझको पानी चाहिए/
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